मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मंत्रिमंडल के सदस्यों को सोमवार को भी विभाग नहीं बंट पाए हैं। इससे मंत्रियों में बैचेनी बढ़ती जा रही है। माना जा रहा है कि हाईकमान से सीएम तीरथ को अभी ग्रीन सिग्नल नहीं मिला है। मुख्यमंत्री तीरथ रावत के मंत्रिमंडल के सदस्यों ने 12 मार्च को शपथ ले ली थी, लेकिन तीन दिन गुजर जाने के बावजूद विभागों का आवंटन नहीं हो पा रहा है। गोपन विभाग के अफसर सोमवार को संबंधित फाइल लेकर मुस्तैद रहे, लेकिन सीएम की तरफ से रात साढ़े आठ बजे तक कोई बुलावा नहीं मिला है। सूत्रों ने बताया कि सीएम भी भाजपा हाईकमान के सिग्नल के इंतजार में हैं। हालांकि, उनकी तरफ से आवंटन का खाका पूरी तरह से तैयार किया जा चुका है।
उधर, विभागों के आवंटन में देरी से मंत्रियों की धड़कनें बढ़ती जा रही है। नए मंत्रियों को क्या-क्या महकमे मिलते हैं, इसे लेकर भाजपाइयों में चर्चाओं का दौर शुरू हो चुका है। चूंकि, प्रदेश में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव भी हैं, ऐसे में भाजपा हाईकमान कोई भी ढिलाई करने के मूड में नहीं है। विभागों को बंटवारे से पहले कई कैबिनेट मंत्री सीएम से मुलाकात कर चुके हैं। तीरथ की कैबिनेट में आठ मंत्री हैं जबकि, तीन विधायकों को स्वतंत्र प्रभार का जिम्मा दिया गया है। सभी 11 कैबिनेट मंत्रियों में से सात त्रिवेंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी छोड़कर कैबिनेट में आए बंशीधर भाजपा की पूर्व की सरकारों में वन, कृषि, उद्यान, पशुपालन जैसे विभाग देख चुके हैं। तो, बिशन सिंह चुफाल को सहकारिता का विशेषज्ञ माना जाता है। वर्ष 2007 के मंत्री कार्यकाल में सहकारिता विभाग उन्हीं के पास था। दूसरी तरफ, मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल हुए मंत्रियों में भी विभागीय बंटवारा असमान था। सुबोध उनियाल पसंद न होने के बावजूद कृषि-उद्यान विभाग को देख रहे थे। जबकि हरक के पास भी वन-पर्यावरण, श्रम विभाग ही बड़े विभाग रहे हैं। उधर, सीएम तीरथ रावत भी अपने पास ज्यादा विभाग रखने के मूड में नहीं हैं।
बता दें कि राजभवन में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शुक्रवार को 11 विधायकों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। त्रिवेंद्र सरकार में खाली चल रहे कैबिनेट मंत्रियों के तीन रिक्त पदों को भी इस बार भरा गया है।
मंत्रिमंडल में त्रिवेंद्र सरकार के कैबिनेट मंत्रियों को ही दोबारा जगह मिली है। मंत्रिमंडल विस्तार में सात पुराने चेहरे हैं जबकि चार विधायकों को पहली बार कैबिनेट में शामिल किया गया है। 11 मंत्रियों में आठ को कैबिनेट मंत्री जबकि तीन विधायकों को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी दी गई है।
मंत्रियों से च्वाइस पूछी
कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने मीडियाकर्मियों से कहा कि शपथ ग्रहण समारोह के बाद सीएम ने एक-एक कर सभी मंत्रियों से विभागों को लेकर उनकी प्राथमिकता जानी और पूछा कि आपकी रुचि क्या है। बकौल चुफाल उन्होंने पूर्व में देखे विभाग को लेकर ही अपनी पसंद जाहिर की है।
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